Kho Kho Mein Kitne Khiladi Hote Hain | खो खो में कितने खिलाड़ी होते है

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Kho Kho Mein Kitne Khiladi Hote Hain | खो खो में कितने खिलाड़ी होते है | kho kho mein kitne player hote hain | kho kho khel mein kitne khiladi hote hain | kho kho team mein kitne khiladi hote hain | खो खो के खेल में कितने खिलाड़ी होते हैं | अगर आप इन सभी प्रश्नों का उत्तर जानना छह रहे है तो आप बिल्कुल सही जगह पर आये हुए है | इस लेख की मदद से हम पूरी जानकारी देने की कोशिश करेंगे |

नमस्कार दोस्तों आप का बहुत स्वागत है हमारे ब्लॉग बीइंग हिन्दी पर | आज हम जिस विषय पर बात करने जा रहे है वह विषय हर नज़रिये से महत्वपूर्ण है तो चलिये अब ज्यादा देर न करते हुए जानते है Kho Kho Mein Kitne Khiladi Hote Hain | खो खो में कितने खिलाड़ी होते है |

Kho Kho Mein Kitne Khiladi Hote Hain

खो खो में कितने खिलाडी होते है | Kho Kho Mein Kitne Player Hote Hain

खो खो के खेल में एक टीम में कुल 12 खिलाड़ी होते है जिसमे से 9 खिलाडी खेल के मैदान पर होते है और 3 खिलाड़ी अतिरिक्त के रूप में होते है | ये अतिरिक्त खिलाड़ी खेल में खिलाडियों के बदलने के लिये होते है |

खो-खो एक पारंपरिक भारतीय खेल है, जो प्राचीन भारत के सबसे पुराने आउटडोर खेलों में से एक है। यह भारतीय उपमहाद्वीप में दो सबसे लोकप्रिय पारंपरिक टैग खेलों में से एक है, दूसरा कबड्डी है।

खो खो के खेल में व्यवस्था के लिये निम्नलिखित अधिकारी नियुक्त किये जाते है |

  • 2 अम्पायर
  • 1 रेफरी
  • 1 स्कोरर
  • 1 टाइम कीपर

खो खो खेल का इतिहास

खो खो का खेल भारत के प्राचीनतम खेलो में से एक है | खो खो खेल की उत्पत्ति पुणे को कहा जाता है | यह खेल को महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में अधिक खेला जाता है |

खो खो का खेल बहुत आसन खेल है | और इसमें कोई खतरा भी नही होता है इस खेल को पुरुष और महिलाये सामान रूप से खेल सकती है |

  • खो खो खेल की पहली प्रतियोगिता पूना में 1918 ई॰ में हुई।
  • खो खो खेल को सन् 1919 में बड़ौदा के जिमखाने में भारतीय स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
  • सन् 1956 में भारतीय खो-खो फाउंडेशन का गठन हुआ।
  • सन् 1961 में ही महिलाओं को खो-खो खेल में शामिल किया गया।
  • सन् 1972 में पहली बार जूनियर चैंपियनशिप का आयोजन किया गया।

खो खो खेल के प्रमुख टूर्नामेंट

  • राष्ट्रीय स्पर्धा
  • राष्ट्रीय कुमार स्पर्धा
  • राष्ट्रीय निम्नस्तरीय कुमार स्पर्धा
  • आंतरशालेय (उच्च्माध्यमिक) स्पर्धा
  • आंतरशालेय (माध्यमिक) स्पर्धा
  • आंतरशालेय प्राथमिक स्पर्धा
  • राष्ट्रीय महिला स्पर्धा
  • इंटरस्कूल स्पर्धा

खो खो खेल का मैदान का माप

kho kho ke maidan ka chitra
Kho Kho ka Maidan ka Chitra
  • खो-खो का क्रीड़ा क्षेत्र आयताकार होता है। यह 27 X 16 मीटर होता है।
  • मैदान के अंत में दो मुक्त आयताकार क्षेत्र होते हैं। आयताकार की भुजा 16 मीटर और दूसरी भुजा 1.50 मी॰ होती है।
  • इन दोनों आयताकारों के मध्य में दो लकड़ी के स्तम्भ होते हैं। इसकी ऊंचाई 120 से 125 सेंटीमीटर होता है। और इसका व्यास (Diameter) 9 से 10 सेंटीमीटर तक होता है।
  • केन्द्रीय गली 24 मीटर लम्बी और 30 सैंटीमीटर चौड़ी होती है।
  • प्रत्येक आयताकार 16 मी॰ लम्बा और 35 सैंटीमीटर चौड़ा होता है वह केन्द्रीय गली को समकोण (90°) पर काटता है। यह स्वयं भी दो सामान भागो में विभाजित होता है। इसे क्रॉस-लेन कहते हैं।

खो खो खेल से सम्बंधित कुछ प्रश्न (FAQs)

खो खो के खेल में कितने खिलाड़ी होते है?

उत्तर-खो खो खेल में 1 टीम में कुल 12 खिलाड़ी होते है जिसमे से 9 खिलाड़ी मैदान पर और 3 खिलाड़ी एक्स्ट्रा के रूप में होते है |

खो-खो खेल की शुरुआत भारत के किस राज्य में हुई?

उत्तर- खो खो खेल की शुरुआत महाराष्ट्रराज्य के पुणे में हुआ था |

खो-खो खेल की शुरुआत कब हुई थी?

उत्तर- खो खो खेल की शुरुवात पूना में 1918 ई॰ में हुई।

खो खो खेल का मैदान किस आकार का होता है?

उत्तर- खो खो खेल के मैदान का आकार आयताकार होता है |

खो खो खेल का मैदान कितना बड़ा होता है?

उत्तर- खो खो खेल का मैदान 27 मीटर लम्बा और 16 मीटर चौड़ा होता है |

खो-खो खेल कितने मिनट का होता है?

उत्तर- खो खो खेल के प्रत्येक मैच में 4 पारिया होती है और हर पारी 9-9 मिनट का होता है |

खो-खो की प्रसिद्ध महिला खिलाड़ी कौन है?

उत्तर- खो खो खेल की प्रसिद्ध महिला खिलाड़ी सारिका काले, मंदाकिनी मझी और अलिशा सिन्हा है।

निष्कर्ष (conclusion) :

दोस्तों आज हमने इस पोस्ट की मदद से जाना है Kho Kho Mein Kitne Khiladi Hote Hain | खो खो में कितने खिलाड़ी होते है | आशा करता हु कि आप को इस लेख के द्वारा दी गयी जानकारी अच्छी लगी होगी | अगर आप का कोई सुझाव हो तो आप हमें कमेन्ट बॉक्स में बता सकते है | पूरा पोस्ट को पढने के लिए धन्यवाद |

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